Kakadsingi || Herbal Remedy for cough,Asthma and fever || काकड़सिंगी कि पहचान काकड़सिंगी || खांसी, दमा और बुखार के लिए हर्बल उपचार वानस्पतिक नाम पिस्तासिया इंटेगेरिमा जे एल स्टीवर्ट एक्स ब्रैंडिस सामान्य नाम ज़ेब्रावुड, काकरा, काकरी, कांगर, केकड़ा का पंजा , श्रृंगी, विसानी, करकट (संस्कृत) पहचान 1. यह एक पर्णपाती वृक्ष है। 2.पिस्ता इंटेगेरिमा 19 मीटर की ऊंचाई तक बढ़ सकता है। 3. पिस्ता इंटेगेरिमा के पेड़ की छाल काले रंग की और सुगंध वाली होती है। 4.पिस्ता इंटेगेरिमा के पेड़ की पत्तियाँ 12 सेमी तक लंबी हो सकती हैं। 5.पिस्ता इंटेगेरिमा पेड़ के फल गोलाकार होते हैं। 6.पिस्ता इंटेगेरिमा पेड़ की पत्तियों में गॉल होते हैं जो पेड़ पर कीड़ों द्वारा बनते हैं। 7.कालांतर में गॉल खोखले, पतली दीवार वाले बेलनाकार आकार के हो जाते हैं। 8.गॉलों का रंग बाहर से भूरा-भूरा और अंदर से मूली-भूरा होता है। 9.गॉलों के अंदर कई मरे हुए कीड़े होते हैं। 10.गॉलों का स्वाद थोड़ा कसैला और कड़वा होता है। उपयोग 1.पिस्ता इंटेगेरिमा के पेड़ का उपयोग दस्त, पेचिश, एनोरेक्सिया, खांसी, बुखार और अस्थमा के उपचार
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