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दिसंबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

रोग से मुक्ति के लिए योग | वात्सार धौती |वात्सार धौती कैसे करें |Vaatsaar Dhauti

  रोग से मुक्ति के लिए योग  | वात्सार धौती वात्सार धौती कैसे करें  1.  किसी भी आसन में आराम से बैठ जाएँ | 2.  मुँह को कौए कि  चोंच के तरह करें |  3.  धीरे - धीरे साँस  अंदर लें |  4.  पेट फूलने तक सांस लेते रहें |  5.  सांस को धीरे धीरे पेट में घुमाएं |  6.  अब पेट की हवा को धीरे धीरे गुदा मार्ग से निकालें |    वात्सार धौती के लाभ   1.   वात्सार धौती से हर तरह के  रोग दूर होते हैं |  2.   वात्सार धौती एक गुप्त योग है , यह  पाचन और शारीरिक शक्ति बढ़ाता है |   अन्य पढ़ें  सूर्यनमस्कार  बज्रासन  सुप्तवज्रासन  ज्ञान मुद्रा के बारे में पढें ह्रदय मुद्रा   

शिलाजीत क्या है और इसके क्या फायदे हैं | What is Shilajit and what are its benefits | Advantages and disadvantages of Shilajit

    शिलाजीत क्या है और इसके क्या फायदे हैं | शिलाजीत के फायदे और नुक्सान  शिलाजीत क्या है  :- आचार्य चर्क के अनुसार इस धरा पर कोई ऐसी बिमारी  नहीं जिसे शिलाजीत से जीता नहीं जा सकता |  शिलाजीत  गहरे भूरे रंग का चिपचिपा पदार्थ है ,जो कड़वा , कसैला और उष्ण होता है |  शिलाजीत  कि  गंध गौमुत्र कि  तरह होती है |  यह जल में घुल जाता है और अल्कोहल , कलोरोफॉर्म और ईथर में नहीं घुलता | यह मुख्यत: हिमालय और हिन्दुकुश पर्वतमाला में प्रापत होता है , यह पौधों के हज़ारों बर्ष के विघटन के कारण बनता है  | शिलाजीत खाने के फायदे :- 1.  शिलाजीत दिमागी कमजोरी को दूर करती है |  2.   शिलाजीत इम्युनिटी को बढ़ाने में काम आती है |  3.   शिलाजीत मधुमेह को कम करने में सहायक है |  4.   शिलाजीत दिल और रक्त सम्बंधित बीमारियों में काम आती है |  5.   शिलाजीत शारीरिक कमजोरी दूर करती है |  6.   शिलाजीत रक्त कि  कमी को दूर करती है |  शिलाजीत खाने के नुक्सान  :- 1.   शिलाजीत शरीर की गर्मी को बढ़ाती है |  2.   शिलाजीत से पेशाब को बढ़ाती है |  3.   शिलाजीत के ज्यादा प्रयोग से पैरों  और हाथों में जलन महसूस हो सकती है |  अन्य पढ़े