सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

एक महीने में मोटापा घटायें || Loose Fat in a Month || Loose Fat Fast

 एक महीने में मोटापा घटायें ||

Loose Fat in a Month || Loose Fat Fast


तीव्रसंवेगानामासन्न:

ऊपर लिखे सूत्र का मतलब है की जिसकी जितनी श्रद्धा हो उतनी ही जल्दी वह लाभ प्राप्त करता है !मतलब जो नित्य नियमित रूप से योग साधना पूरी श्रद्धा के साथ करता है उसे ही लाभ मिलता है ! 

दोस्तों हम बहुत से लोगों  को सुनते हैं की हम ने बहुत कुछ किया पर लाभ नहीं मिला वे सब गलत हैं , हाथ ना आये थु कौड़ी वाली कहावत उन के लिए ही बनी है !  करना कुछ नहीं है और दूसरों  को भी करने नहीं देना है !

दोस्तों अगर आप दिल से योग करेंगे तो लाभ जरूर होगा ! 

आज हम बात करेंगे मोटापे के लिए योग के बारे में ,तो जो योगासन आप को करने हैं  वे निम्न हैं  :

(क)     बज्रासन :  घुटनों के बल जमीन पर बैठ जाएं। इस दौरान दोनों पैरों के अंगुठों को साथ में मिलाएं और एड़ियों को अलग रखें।अब अपने नितंबों को एड़ियों पर टिकाएं।अब हथेलियां को घुटनों पर रख दें। इस दौरान अपनी पीठ और सिर को सीधा रखें।दोनों घुटनों को आपस में मिलाकर रखें।अब आंखें बंद कर लें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें।
इस अवस्था में आप पांच से 10 मिनट तक बैठने की कोशिश करें।जितना ज्यादा इसे करेंगे उतना लाभ होगा ,यह आसान खाने के बाद भी किया जा सकता है !

(ख)   सुप्तबज्रासन :  इस आसान के लिए पहले बज्रासन में बैठें  फिर धीरे धीरे पीठ को पीछे ले जाते हुए सर को जमीन से लगा दें  दोनों हाथ सर के पीछे ! स्वास साधारण ! इसे भी आप लगभग १० मिनट तक कर  हो !

इन सब के इलावा रोज रस्सी जरूर कूदें और जब पसीना निकलना शुरू हो जाए तो छोड़ दें , मतलब पसीना निकलने तक रस्सी कूदनी है !







  

टिप्पणियाँ

Popular Posts

Naag Chhatri Ke Faayade || Naag Chhatri Ke Labh || नाग छतरी

  नाम : नाग छतरी वानस्पतिक नाम : ट्रिलियम गोवैनियनम पहचान : लगभग 15 सेंमी का  लाल बैंगनी और पतला सा तना, तने के ऊपर तीन हरे पत्ते और लाल तथा हरे रंग का फूल | प्रयोग : कैंसर,सेक्स समस्याएं,मासिक चक्र मेंं नियंत्रण, पेट  कि  समस्या मेें | अन्य पढ़ें    सबसे महंगी कॉफी  जट्रोफा के फायदे  रतनजोत  फायदे  पथरी का रामवाण ईलाज़ 

योग का अर्थ || Yoga Kya Hai || ज्ञान मुद्रा

  योग का अर्थ || Yoga Kya Hai || ज्ञान मुद्रा  योगश्चित्तवृत्तिनिरोध: !!  चित कि वृत्तियों  को रोक लेना ही योग है !चित का मतलब है मन ! मन ही इच्छाओं का केंद्र है ! जब मन को अपने बस में कर लिया तो सब कुछ संभव  हो गया ! अपनी इच्छाओं को  वस में कर लेना ही योग है ! ठहरे हुए पानी में अपना प्रतिबिम्ब देखा जा सकता है पर अगर पानी में तरंगे उठती रहें तो प्रतिबिम्ब देखना मुश्किल होगा ! अपने आप को जान लेना ही योग है और   तभी  संभव होगा जब में  ठहराव होगा होगा ! आज की यह मुद्रा   ज्ञान मुद्रा  हाथों कि मुद्राओं से कई तरह की बीमारियों का इलाज  किया जा सकता है ! याद रखें  की जब कोइ भी मुद्रा  आप कर रहे हों उस में उपयोग में ना होने बाली उंगलियों को सीधा रखें  ! विधी        इस मुद्रा में अपने अंगूठे के अग्रभाग को अपनी तर्जनी उंगली के अग्रभाग से मिलाकर रखें  ! शेष तीनो उंगलियों को सीधा रखें ! हाथों  को अपने घुटनों  पर रखें  और साथ में अपनी हथेलियों को आकाश की तरफ खोल दें ! महत्त्व       अंगूठा  अग्नि तत्व का और तर्जनी उंगली वायु  तत्व का प्रतीक है !  ज्योतिष के अनुसार अंगूठा मंगल ग्रह  और तर्जनी उंगली